केंद्र और राज्य सरकार ग्रामीण जनता का जीवन स्तर सुधारने के लिए कई तरह के प्रयास एवं योजनाएं ला रही हैं
प्रतिवर्ष इस पर हजारों करोड रुपए खर्च होते हैं
सांसद आदर्श ग्राम योजना हो या फिर कोई और योजना बहुत ही कम योजनाएं बहुत ही कम गांवों में सफल रही हैं
"भारत कोलकाता या मुंबई नहीं है भारत रहता है 7 लाख गांवों में।"- महात्मा गांधी
अभी भारत में 600000 गांव हैं और यह अविश्वसनीय सत्य है कि हमारे पूरे देश में केवल 500 ही मॉडल गांव हैं
हमारे संगठन ने, सफल और विफल दोनो ही प्रकार के मॉडल गांवों की पहल का दीर्घ अध्ययन एवं विश्लेषण किया हैं।
जनपक्ष टीम के पास अलग अलग राज्यों पर केंद्रित, मॉडल ग्राम सुधार का गहरा अनुभव एवं विस्तृत विश्लेषण है
एक गांव में मूलभूत जमीनी शोध से लेकर संसाधनों का प्रबंधन तक हमारी टीम ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के ग्रामीण अंचलो में कई सफलताएं अर्जित की हैं
बेहतर जीवन स्तर
अच्छी प्रति व्यक्ति आय
E साक्षरता
राज्य प्रणाली में लोगों का सक्रिय योगदान
किसी गांव को मॉडल गांव बनाने के लिए केवल राशि पर्याप्त नहीं है गांव वालों का सक्रिय सहयोग अवश्यंभावी है।
जब एक ग्राम को गोद लेने की घोषणा की जाएगी तब सभी व्यक्तियों को सहयोग करने का वचन देना होगा फिर उसके बाद मुद्दे जैसे कि ग्रामीण राजनीति सबूतों की वाल जातिवाद और सकते हैं भले ही पैसा खर्च हो जाए लेकिन वांछित परिणाम नहीं मिलेंगे।
हमारी टीम मॉडल गांव विकास हेतु प्रचुर उमंग,अनुभव, एवम पहुंच से सराबोर है। आपसे विनती है की अपने क्षेत्र में मॉडल से आदर्श ग्राम निर्माण में हमारी सेवाओ का उपयोग लेने का विचार करें।